Thursday, November 19, 2009

इसरो और नासा में करार

वाशिंगटन। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने भारतीय उपग्रह ओशनसेट-2 के आंकड़ों का प्रयोग करने के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन [इसरो] के साथ करार किया है। इन आंकड़ों का उपयोग मौसम के पूर्वानुमान समेत विभिन्न अमेरिकी एजेंसियों के अनुसंधान में किया जाएगा।
नासा के अर्थ साइंस डिवीजन के निदेशक माइकल एच. फ्रेलिच, ओशेनिक ऐंड एटमास्फेयरिक एडमिनिस्ट्रेशन के सेटेलाइट एवं इन्फार्मेशन साइंस की सहायक प्रशासक और इसरो के स्पेस ऐप्लिकेशन सेंटर के निदेशक आरआर नवलगुंड ने इस संबंध में वाशिंगटन में ग्रुप आन अर्थ आबजर्वेशन [जियो] के सत्र के दौरान आशय पत्र पर हस्ताक्षर किए। नासा और इसरो के बीच इस समझौते से भारत के लिए भी अन्य अवसर पैदा होने की उम्मीद बढ़ी है।
समुद्र की स्थिति, हानिकारक शैवालों और वैश्विक कार्बन चक्र से के बारे में ओशनसेट-2 सेटेलाइट से मिलने वाले आंकड़ों के द्वारा मौसम का पूर्वानुमान लगाया जा सकेगा। ओशनसेट-2 अपने साथ तीन यंत्रों को ले गया है। इनमें एक आठ बैंड वाला कलर मानीटर है जो कि समुद्री जीवविज्ञान और इसके अलावा बाकी दो यंत्रों से समुद्र की सतह पर हवा के दवाब और पर्यावरण के बारे में

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